ल्यूकोडर्मा (लकवा / पक्षाघात) का पूर्ण आयुर्वेदिक इलाज – निवारा फाउंडेशन

अभ्यंग (तैल मालिश) से तंत्रिका तंत्र को पुनः सक्रिय करें

विशेष औषधीय तेलों (जैसे महा नारायण तेल, धन्वंतरम तेल) से मालिश करने से रक्त संचार बढ़ता है और लकवे से प्रभावित अंगों में संवेदनशीलता लौटती है।

पंचकर्म चिकित्सा – शरीर का संपूर्ण शुद्धिकरण

आयुर्वेद में लकवा के उपचार के लिए वमन, विरेचन, बस्ती, नस्य और रक्तमोक्षण जैसी पंचकर्म प्रक्रियाएँ प्रभावी होती हैं।

शिरोधारा – मस्तिष्क को शांत और संतुलित करें

तिल का तेल, ब्राह्मी तेल या विशेष औषधीय तेलों का सिर पर प्रवाह तंत्रिका तंत्र को पुनर्जीवित करने में मदद करता है।

स्वेदन (स्टीम थेरेपी) से जकड़न दूर करें

हर्बल भाप स्नान (नाड़ी स्वेदन) से मांसपेशियों की कठोरता कम होती है और शरीर में ऊर्जा का प्रवाह सुधरता है।

बस्ती चिकित्सा (औषधीय एनिमा) से तंत्रिका तंत्र को पोषण दें

दशमूल बस्ती, अनुवासन बस्ती और मधु तैलिक बस्ती जैसी उपचार प्रक्रियाएँ लकवा में बेहद लाभदायक हैं।

तनाव प्रबंधन और ध्यान (मेडिटेशन) करें

तनाव और मानसिक दबाव लकवे को बढ़ा सकते हैं। प्रतिदिन 15-20 मिनट ध्यान करने से तंत्रिका तंत्र को मजबूती मिलती है।

आहार संतुलन – सात्त्विक और पौष्टिक भोजन अपनाएँ

  • हरी सब्जियाँ, फल, सूखे मेवे और आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन करें।
  • खट्टे, तले-भुने और गरिष्ठ भोजन से बचें।

योग और प्राणायाम से शरीर को पुनः सक्रिय करें

  • भुजंगासन, हलासन और ताड़ासन लकवे में सहायक होते हैं।
  • अनुलोम-विलोम और भ्रामरी प्राणायाम से नाड़ियों में सुधार आता है।

धातु चिकित्सा – आयुर्वेदिक रस-रसायन का सेवन करें

  • महारास्नादि कढ़ा – तंत्रिका तंत्र को मजबूत करता है।
  • योगेंद्र रस – लकवा में बेहद प्रभावी आयुर्वेदिक दवा।

निवारा फाउंडेशन में आयुर्वेदिक उपचार लें

निवारा फाउंडेशन में अनुभवी आयुर्वेदिक विशेषज्ञों द्वारा लकवा का संपूर्ण प्राकृतिक उपचार किया जाता है। पंचकर्म चिकित्सा, योग, हर्बल उपचार और आहार परामर्श के माध्यम से हम लकवा से ग्रस्त रोगियों को नया जीवन प्रदान करते हैं।

हर्बल औषधियाँ – आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से उपचार

अश्वगंधा – नसों की कमजोरी दूर करती है।
ब्राह्मी – मस्तिष्क की कार्यक्षमता सुधारती है।
गिलोय – इम्युनिटी बढ़ाती है।
शतावरी – शरीर को पोषण देती है।
लकवा के लिए आयुर्वेदिक इलाज सुरक्षित, प्रभावी और स्थायी है। निवारा फाउंडेशन के विशेषज्ञों से परामर्श लेकर आप अपने स्वास्थ्य को पुनः प्राप्त कर सकते हैं। प्राकृतिक चिकित्सा अपनाएँ और लकवे से मुक्ति पाएँ!
निवारा फाउंडेशन
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Complete Ayurvedic Treatment for Paralysis (Stroke) – Nivara Foundation

Paralysis (Stroke) is a severe condition that affects body movement and nerve function. Ayurveda offers a holistic and effective approach to treating paralysis through Panchakarma therapy, herbal medicines, and lifestyle modifications. At Nivara Foundation, we specialize in Ayurvedic paralysis treatment.

Abhyanga (Herbal Oil Massage) for Nerve Stimulation

Massaging with Maha Narayan Oil, Dhanwantharam Oil, or other medicated oils improves blood circulation and helps regain mobility in affected areas.

Panchakarma Therapy – Deep Detoxification

Ayurveda recommends Vamana, Virechana, Basti, Nasya, and Raktamokshana for cleansing toxins and restoring body balance.

Shirodhara – Relax and Rejuvenate the Nervous System

A continuous stream of warm herbal oil on the forehead helps reduce stress and strengthen brain functions.

Swedana (Herbal Steam Therapy) to Reduce Stiffness

Herbal steam therapy (Nadi Swedana) relieves muscle tightness, improves flexibility, and enhances circulation.

Basti Treatment (Herbal Enema) for Nerve Nourishment

Specialized enema therapies like Dashmool Basti, Anuvasan Basti, and Madhutailik Basti are beneficial in treating paralysis.

Meditation and Stress Management

Daily meditation and relaxation techniques help in mental and physical healing, reducing stress-related nerve damage.

Ayurvedic Treatment at Nivara Foundation

At Nivara Foundation, our experienced Ayurvedic specialists provide personalized paralysis treatment through Panchakarma therapy, yoga, herbal remedies, and dietary guidance for complete recovery.

Yoga and Pranayama for Recovery

  • Bhujangasana, Halasana, and Tadasana are effective in improving mobility.
  • Anulom-Vilom and Bhramari Pranayama boost nerve function and oxygen flow.

Balanced Ayurvedic Diet for Healing

  • Eat green vegetables, fruits, dry fruits, and herbal decoctions for strength.
  • Avoid fried, heavy, and acidic foods that may slow recovery.

Rasayana Therapy – Ayurvedic Rejuvenation

  • Maharasnadi Kwath – Strengthens the nervous system.
  • Yogendra Ras – Highly effective in paralysis recovery.

Ayurvedic Herbs – Natural Healing Power

Ashwagandha – Strengthens muscles and nerves.
Brahmi – Improves brain function.
Giloy – Enhances immunity and recovery.
Shatavari – Provides essential nourishment.
Ayurvedic treatment for paralysis is natural, safe, and highly effective. With expert guidance from Nivara Foundation, you can regain mobility and lead a healthier life. Choose Ayurveda, Choose Healing!
Nivara Foundation
Saphale East

लकव्याचा संपूर्ण आयुर्वेदिक उपचार – निवारा फाउंडेशन

लकवा (पक्षाघात) ही गंभीर अवस्था आहे ज्यामुळे शरीराचा काही भाग अक्षम होतो. आयुर्वेदामध्ये पंचकर्म, औषधी वनस्पती आणि योग्य आहार-जीवनशैलीद्वारे यावर प्रभावी उपचार करता येतो. निवारा फाउंडेशन लकव्याच्या नैसर्गिक आणि संपूर्ण आयुर्वेदिक उपचारात विशेषज्ञ आहे.

अभ्यंग (औषधी तेलाने मालिश) – नसा सक्रीय करा

महा नारायण तेल, धन्वंतरम तेल यांसारख्या औषधी तेलांनी मालिश केल्याने रक्ताभिसरण सुधारते आणि लकव्यामुळे प्रभावित भागात संवेदनशीलता परत येते.

पंचकर्म चिकित्सा – शरीरातील दोष शुद्ध करा

आयुर्वेदानुसार वमन, विरेचन, बस्ती, नस्य आणि रक्तमोक्षण या पंचकर्म पद्धती लकव्याच्या उपचारासाठी प्रभावी आहेत.

शिरोधारा – मेंदू आणि मज्जासंस्थेला बल द्या

गरम औषधी तेल सतत कपाळावर सोडल्याने तणाव कमी होतो, मेंदूचे कार्य सुधारते आणि मज्जासंस्था (नर्व्हस सिस्टम) बळकट होते.

स्वेदन चिकित्सा (औषधी वाफ स्नान) – स्नायूंची जकडण कमी करा

नाडी स्वेदन तंत्राने औषधी वाफेचा उपयोग करून रक्ताभिसरण सुधारते आणि शरीरातील ऊर्जेचा प्रवाह सुरळीत होतो.

बस्ती चिकित्सा (औषधी एनिमा) – शरीराला पोषण द्या

दशमूल बस्ती, अनुवासन बस्ती आणि मधु तैलिक बस्ती यांसारख्या बस्ती उपचारांमुळे मज्जासंस्था मजबूत होते.

ध्यान (मेडिटेशन) आणि तणाव व्यवस्थापन

तणाव आणि मानसिक दबाव लकव्याला वाढवू शकतात. नियमित ध्यान केल्याने तणाव कमी होतो आणि मज्जासंस्था सुधारते.

निवारा फाउंडेशनमध्ये आयुर्वेदिक उपचार घ्या

निवारा फाउंडेशन येथे अनुभवी आयुर्वेदिक तज्ञांकडून पंचकर्म, योग, हर्बल औषधे आणि आहार सल्ल्याद्वारे लकव्याचा संपूर्ण उपचार केला जातो.

रसायन चिकित्सा – मज्जासंस्थेचे पुनरुज्जीवन

  • महारास्नादि काढा – मज्जासंस्था आणि रक्ताभिसरण सुधारतो.
  • योगेंद्र रस – लकव्याच्या उपचारासाठी प्रभावी आयुर्वेदिक औषध.

सात्त्विक आणि पौष्टिक आहाराचे पालन करा

  • हिरव्या पालेभाज्या, फळे, सुकामेवा आणि आयुर्वेदिक काढ्यांचा समावेश करा.
  • तळलेले, जड व मसालेदार पदार्थ टाळा.

योग आणि प्राणायाम – शरीराला पुन्हा सक्षम करा

  • भुजंगासन, हलासन आणि ताडासन स्नायूंना लवचिक बनवतात.
  • अनुलोम-विलोम आणि भ्रामरी प्राणायाम मज्जासंस्थेला सुधारण्यात मदत करतात.

आयुर्वेदिक औषधे – नैसर्गिक उपचार

अश्वगंधा – नसा आणि स्नायूंना ताकद देते.
ब्राह्मी – मेंदूची कार्यक्षमता सुधारते.
गुळवेल (गिलोय) – प्रतिकारशक्ती वाढवते.
शतावरी – शरीराला पोषण देते.
आयुर्वेदिक उपचार लकव्यासाठी सुरक्षित, प्रभावी आणि कायमस्वरूपी लाभ देणारे आहेत. निवारा फाउंडेशनच्या तज्ञांकडून सल्ला घ्या आणि नैसर्गिक उपचारांनी लकव्यापासून मुक्तता मिळवा!
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